कोरबा : ऊर्जाधानी की पहचान बनी बिजली के टूटे तार और खुले बॉक्स, लचर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था से लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
राहुल वर्मा/आकाशवाणी.इन
कोरबा जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था लचर है। आए दिन व्यवस्था बिगडऩे से घंटों बिजली गुल हो रही है। वितरण विभाग के कार्यों से कोरबा क्षेत्र की जनता में आक्रोश व्याप्त है। ऊर्जाधानी कोरबा जिसकी पहचान कभी यहां के पावर संयंत्रों के कारण बनी हुई थी। अब अव्यवस्थित खंभे, जगह-जगह से टूटे तार और खुले बार बॉक्स इसकी पहचान बन रहे हैं।
टी.पी. नगर में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटना सामने आई थी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी पिछले दिनों फूल तोडऩे गए एक व्यक्ति के ऊपर 11केवी तार गिर गया था, जिसके कारण बाइक समेत एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई थी। इस मामले में नागरिकों ने विद्युत वितरण कम्पनी पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसके बाद बार-बार शिकायत के पश्चात भी उचित रखरखाव के संबंध में किसी प्रकार का ध्यान विद्युत विभाग के द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
बरसात के दिनों में कई-कई घंटों तक मेंटेनेंस के नाम पर बिजली गुल करने वाली वितरण कंपनी के कारण शहर में ना जाने कितने मवेशी काल के गाल में समा चुके हैं। ट्रांसफार्मरो का जलना, बार बॉक्स में विस्फोट और लटकते तार हमेशा देखने को मिल जाएंगे। ऐसे में यह प्रश्न उठना लाजमी है कि घंटों बिजली गुल फिर किसलिए की जाती थी। क्या मेंटनेस के नाम पर केवल पेड़ों की छंटाई ही हो सकती है। एक ओर कोरबा की बिजली से देश के कई राज्य रोशन हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आज शहर में वितरण कंपनी की उदासीनता के चलते शहर में घंटो बिजली की अनावश्यक आपूर्ति बाधित की जाती है।
शहर में जितने भी बार बॉक्स है वो जीर्णशीर्ण अवस्था में है। शहर के अंदर लगाए गए कमोवेश सभी बार बॉक्स इसी प्रकार क्षतिग्रस्त है। जंग लगने के कारण बॉक्स के अंदर पानी प्रवेश कर रहा है, जिसके कारण बॉक्स में विस्फोट का खतरा भी बना रहता है। वितरण कंपनी कम से कम इन्हें ही सुधरवा दे तो भी कुछ हद तक बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है।
