भाजपा प्रत्याशी से ज्यादा चर्चा में हैं चावलानी, कभी मंत्री की तारीफ में पढ़ते हैं कसीदे तो कभी सगे भाई जॉइन कर लेते हैं कांग्रेस
आकाशवाणी.इन
चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है। वैसे-वैसे ही बीजेपी की कलई खुलती जा रही है। बीजेपी ने कोरबा विधानसभा में प्रत्याशी के चुनाव संचालन का दायित्व अशोक चावलानी को क्या सौंपा, वह प्रत्याशी से ज्यादा लाइमलाइट में आ गए हैं.
कभी अशोक चावलानी का ऐसा वीडियो वायरल हो जाता है। जब वह जिलाध्यक्ष रहते राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के तारीफों के पुल बांधते हुए नजर आते हैं। तो कभी उनके सगे भाई कांग्रेस जॉइन कर लेते हैं , और कहते हैं कि छोटे भाई की विचारधारा अलग है। भाजपाइयों से मेरे विचारधारा मेल नहीं खाते। एक परिवार में ही दो भाइयों में मतभेद है। ऐसे में भी वह चुनाव संचालन कर रहे हैं.
इसलिए इन परिस्थितियों में बीजेपी की लुटिया डूबते हुए दिख रही है। चुनाव प्रचार के दौरान वैसे ही भाजपा प्रत्याशी को खरी-खोटी सुनने को मिल रही है। लोग कह रहे हैं कि हारे हुए प्रत्याशी को कोरबा से उम्मीदवार बनाया दिया और जिसे बनाया वह 5 साल तक पूरी तरह से गायब रहे। अब जनसंपर्क कर चुनावी वादे कर रहे हैं। चुनाव संचालक मंत्री की तारीफ करते हैं। लोगों में चर्चा है कि जिनके चुनाव संचालक ही राजस्व मंत्री का मुरीद हो, वह जमानत बचा पाने में भी सफल होगा या नहीं.
समाज में भी किरकिरी :
चावलानी की चर्चा का एक और कारण भी है, दरअसल अशोक चावलानी ने हाल ही में सिंधी समाज के भी राजनीतिकरण का प्रयास किया। इन्होंने समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के विषय में ऊलजुलूल बयान दे डाला.
इसके बाद सिंधी समाज के पदाधिकारी सहित सभी गणमान्य नागरिक भड़क गए। इस तरह से चावलानी की न सिर्फ राजनीतिक बल्की सामाजिक छवि को लेकर भी जमकर किरकिरी हुई है। इन दिनों वह खासे चर्चा में बने हुए हैं.
