दिवंगतों का नाम जारी करना हल्की राजनीति, सार्वजनिक रूप से मांगें माफी…
कोरबा/ आकाशवाणी.इन
जिले के ग्राम बरबसपुर में नया ट्रांसपोर्ट नगर बसाए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच मची तकरार के मध्य भाजपा नेताओं ने कोरबा प्रेस क्लब में पत्रवार्ता आहूत कर कहा कि दिवंगत लोगों के नाम पर इस तरह से राजनीति करना हल्का प्रदर्शन है। यह कांग्रेसियों द्वारा अपने बचाव के लिए काउंटर करने जैसा है। भाजपा दिवंगत लोगों का नाम इस तरह से बेवजह सार्वजनिक किए जाने पर घोर निंदा करता है और नाम उजागर करने वालों को सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करनी चाहिए.
भाजपा जिला कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी ने कहा कि नया ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर को लेकर उत्पन्न विवाद में दुर्भवनापूर्वक उनका नाम जोड़कर प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया गया है। 7 वर्ष पूर्व दिवंगत हो चुके पिता और 15 वर्ष पूर्व दिवंगत हो चुकी माता के नाम को विवाद में जोड़ दिया गया है जो कि घोर आपत्तिजनक और निंदनीय है। कांग्रेस की विज्ञप्ति में खसरा नंबर 233/1, 243/2, 233/3 की जिस जमीन का उल्लेख किया गया है वह 20 वर्ष पूर्व मेरे पिताजी ने खरीदी थी। उस समय नया ट्रांसपोर्टनगर बरबसपुर में बसाने का कोई प्रस्ताव तो क्या किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। निजी उपयोग के लिए जमीन खरीदी गई थी इसलिए विवाद में हमारा नाम जोड़ना गलत है। ट्रांसपोर्ट नगर से यह भूमि 2 से 3 किलोमीटर दूर है। गोपाल मोदी ने कहा कि कांग्रेसी नेता राजनीति के नाम पर लोगों का चरित्र हनन करते हैं, ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि कांग्रेसी नेताओं को इससे बचना चाहिए.
वार्ता में उपस्थित प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष लखनलाल देवांगन ने कहा कि जिस तरह की राजनीति हो रही है, वह गलत है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूर्व महापौर जोगेश लांबा ने कहा कि राजनीति में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। किसी के परिवार को इसमें घसीटा जाना उचित नहीं है।
जिला भाजपा के पूर्व महामंत्री नवीन पटेल ने कहा कि बरबसपुर में कोई भी जमीन उनके या परिजन के नाम पर नहीं है। रही बात राखड़ की तो इस मामले में प्रशासन व शासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। यह कोई आज का मुद्दा नहीं बल्कि वर्षों से राख इधर-उधर फेंकी की जा रही है लेकिन इस पर कोई लगाम नहीं लगी है। मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए राखड़ को बीच में लाया गया है वरना शहर से लेकर गांव तक और कस्बों में राखड़ जहां-तहां फेंकी जा रही है और लोगों ने इसकी शिकायत भी कई बार की है तो यह नजर क्यों नहीं आता। ऐसे जिम्मेदार संयंत्र प्रबंधन और ठेकेदारों तथा अधिकारियों पर भी कार्रवाई तय होनी चाहिए। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष अशोक चावलानी ने कहा कि बरबसपुर में नया ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की योजना के बाद प्लानिंग के तहत राजस्व मंत्री के परिजन और करीबी के नाम जमीन खरीदी गई जिसकी ऋण पुस्तिका और रिकॉर्ड भी है।
बता दें कि पिछले दिनों जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष सुरेन्द्रप्रताप जायसवाल ने भाजपा नेताओं की जमीन संबंधी लिस्ट जारी की थी। कांग्रेस की ओर से जारी अध्यक्ष के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने अपनी बात रखी है। इससे पहले भाजपा की ओर से राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल उनके करीबी व परिजनों के नाम से बरबसपुर में खरीदी गई जमीन सार्वजनिक की गई थी.
