सदन में दिखा डॉ. महंत का शायराना अंदाज, डॉ. रमन बोले : इस उम्र में भी रोमांटिक हैं आप…
आकाशवाणी.इन
विधानसभा में पहले बजट सत्र की शुरुआत मंगलवार को शेरो-शायरी से हुई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के सुनाए शेर से विधानसभा गुलजार हो गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी कह उठे कि इस उम्र में भी आप रोमांटिक हैं, यह अच्छी बात है।
मंगलवार को प्रश्नकाल के साथ सदन की विधिवत कार्यवाही शुरु हुई। प्रश्नकाल के पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में राज्य मंत्री रहे शिव नेताम को श्रद्धांजलि दी गई। और दिवंगत के सम्मान में सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद सदन की बैठक शुरू होते ही शेरो- शायरी का दौर शुरू हो गया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आसंदी पर बैठे और पहले प्रश्नकर्ता का नाम पुकारने की तैयारी कर रहे थे, तभी नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत अपने स्थान पर खड़े हो गए। उन्होंने अध्यक्ष से कुछ कहने की अनुमति ली। इसक बाद डॉ. महंत ने जो कहा उससे पूरे सदन का माहौल ही बदल गया।
डॉ. महंत ने शबीना अदीब के गजल की कुछ लाइनें सुनाई। कहा–
खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई नई है। अभी तकल्लुफ है गुफ्तुगू में अभी मोहब्बत नई नई है।
अभी न आएगी नींद तुम को अभी न हम को सुकूं मिलेगा। अभी तो धड़केगा दिल जियादा अभी ये चाहत नई नई है।
बहार का आज पहला दिन है चलो चमन में टहल के आएं। फजा में खुशबू नई नई है गुलों में रंगत नई नई है।
डॉ. महंत का शेर सुनकर पूरे विधायकों के चेहरे खिल गए। इस बीच कांग्रेस की टिकट पर गुंडरदेही सीट से दूसरी बार चुनाव जीकर आए कुंवर सिंह निषाद खड़े हो गए। कुंवर सिंह ने भी एक शायरी सुनाई। कहा-
वो जो रास्ते थे वफा के थे, ये जो मंजिलें हैं सजा की है. उनका हमसफर कोई और था, इनका हमनसीब कोई और है।
इन दोनों की शायरी सुनकर सत्ता पक्ष के पुन्नूलाल मोहले खुद को नहीं रोक पाए। मोहले भी खड़े हो गए। उन्होंने कहा-
नई उमंग है, नई जोश है। आप थोड़े दिल से खामोश हैं, क्यों चुप हैं।
इस बीच स्पीकर डॉ. रमन ने डॉ. रमन ने डॉ. महंत से कहा कि इस उम्र में भी आप रोमांटिक हैं, यह अच्छी बात है।
