गरियाबंद – पोटाश बम चबाने से उड़ा भालू का जबड़ा, डॉग स्क्वायड के साथ जांच में जुटी वन विभाग की टीम
आकाशवाणी.इन
सोमवार को ग्राम खोखमा के गाय बैल का चरवाहा से खबर मिला कि इंदागांव (धुरवागुड़ी) बफर परिक्षेत्र के कथा क्रमांक 1243 पहाड़ी के नीचे जंगल में एक भालु मरा हुआ है, जिसकी जबड़ा फटा हुआ और आगे के दोनो पैर का नाखून भी नहीं है, सूचना मिलते ही श्री सुशील सागर वनक्षेत्रपाल परिक्षेत्र अधिकारी इंदागांव (घुरवागुड़ी) बफर अपने स्टॉफ के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दिया।
चूंकि मादा भालु का उम्र लगभग डेढ़ दो साल का पोटाश बम से शिकार करने का शंका हो रहा है, इस कारण उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद श्री वरुण जैन के द्वारा श्री रणवीर घमशील डीएफओ जंगल सफारी रायपुर एवं श्री आलोक बाजपेयी डीएफओ कांकेर से चर्चा कर डॉग स्क्वाड टीम को बुलाया गया। आज दिनांक 09.04.2024 दिन मंगलवार को सुबह डॉग स्क्वाड टीम का मदद लिया गया, और एन्टीपोचिंग टीम के द्वारा पोटाश बम बेचने वालो का पतासाजी किया गया, फिर भी आरोपियों का पता नहीं चल पाया।
दो वेटनरी डॉक्टर के उपस्थिति में मृत मादा भालु का पोस्टमार्टम किया गया। उसका पंचनामा बनाया गया, उसके उपरांत विधिवत वन अमलो की उपस्थिति मे मृत मादा भालु का दाह संस्कार किया गया, उसका भी पंचनामा बनाया गया। मादा भालु का मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग सकता है। मृत मादा भालु
का वन अपराध पंजीब्द किया गया है।
आसपास के गांव में पोटाश बम बेचने वाले एवं मादा भालु का शिकार करने वाले आरोपियों का
पतासाजी एन्टीपोचिंग टीम उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद के द्वारा किया जा रहा है।
