जब दूल्हा लेने निकला बैलों के गले में खन खन करती घुंघरुओं के साथ दुल्हनिया बैलगाड़ी में, लोग बनाने लगे वीडियो, जमकर हो रहा वायरल
आकाशवाणी.इन
बलौदाबाजार, आजकल के दौर में जहां एक तरफ लोग आधुनिकता को अपनाते जा रहे हैं. तकनीकी और तामझाम को दिखाने की ओर अग्रसर हैं. वहीं, गुरुवार की शाम नगर पंचायत पलारी की सड़कों पर एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसे देखकर शहर की जनता के पांव थम गए. और लोग हैरान होकर वीडियो बनाने लगे।
महंगी- महंगी गाड़ियों में जाने वाले लोग भी इस नजारे को देखकर अपनी गाड़ियां रोक कर दंग रह गए. दरअसल, यह नजारा था, एक बारात का.बारात आधुनिकता से बहुत दूर बेहद संजीदगी की और सादगी के साथ बैलगाड़ी से निकली. दूल्हा एक निजी कंपनी में जॉब करता है। दूल्हे लक्ष्मण ने दिखावे एवम फिजूलखर्ची से दूर समाज के सामने एक अच्छा उदाहरण पेश कर बैलगाड़ी में बारात निकाली।
पलारी के वार्ड क्रमांक 10 का रहने वाला लक्ष्मण वर्मा पिता स्वर्गीय हेमलाल वर्मा की शादी पलारी के ही वार्ड 6 में रहने वाले वर्मा परिवार में तय हुई। विवाह की तमाम रस्में ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में हुई। इसके बाद दूल्हे ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक गड़वा बाजा के साथ सजी धजी चार बैलगाड़ियों के काफिले के साथ अपनी बारात निकाली।
दूल्हे के साथ बैलगाड़ी में नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा एवं वार्ड 10के पार्षद भूषण ठेठवार समेत अन्य दोस्त एवम रिश्तेदार सवार थे। वही नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा ने कहा की जब मुझे पता चला कि दूल्हे की बारात बैलगाड़ी में निकल रही है तो मैं भी इसमें सवार होने से अपने आपको रोक नही पाया।
शादी के लिए कुछ अलग करना चाहता था-दूल्हा
दूल्हे लक्ष्मण वर्मा ने बातचीत में कहा वह शादी के लिए ब कुछ अलग करना चाह रहे थे, उन्होंने सोचा कि पहले लोग बैलगाड़ी से बारात जाया करती थी। समय के साथ बैलगाड़ी का स्थान महंगी मोटर गाड़ियों ने ले लिया तो मैंने सोचा कि क्यों ना बारात बैलगाड़ी से ले जाए जाए।
