पार्टी से बड़ा कोई नही,फर्जी ऑडियो से बदनाम करने की कोशिश: हितानंद अग्रवाल
आकाशवाणी.इन
छत्तीसगढ़ कोरबा
भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष व मेयर इन काउंसिल के नवनिर्वाचित सदस्य हितानंद अग्रवाल ने वायरल वीडियो को लेकर पत्रकार वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा कि मेरी छवि को धूमिल करने के लिए सुनियोजित तरीके से ऑडियो को एडिट करके मुझे बदनाम किया जा रहा है.
आपको बता दें दो दिन पूर्व भाजपा नेता हितानंद अग्रवाल का एक तथाकथित ऑडियो सोसल मीडिया मे तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता का नाम लिया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि मंत्री सहित वरिष्ठ नेताओं का नाम लिया जा रहा है । इस ऑडियो को लेकर बीजेपी के कुछ नेता थाने तक पहुंच गए और अपराध दर्ज करने की मांग करने लगे.
हितानंद अग्रवाल ने प्रेस वार्ता कर कथित ऑडियो को लेकर लगाए गए आरोपो पर कई बिंदुओं पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है.
हितानंद अग्रवाल को भारतीय जनता पार्टी की और से सभापति का उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों की संख्या अधिक होने के बावजूद उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर से हारना पार्टी की अंतः कलह को दर्शाता है। आखिर भारतीय जनता पार्टी में इन दोनों क्या चल रहा है एक तरफ पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी का हार होना और हारने के बाद उनका ऑडियो वायरल होना कहीं यह भीतर घात करने वालो भाजपाइयों की तो करतूत नहीं है.
हितानंद अग्रवाल के प्रेस वार्ता के बाद कथित ऑडियो के जांच तंत्र में कई सवाल सुलग गए है.
आखिर हितानंद अग्रवाल के इस वीडियो को किसके द्वारा सुनियोजित किया गया है प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा इस तरह के किसी संदर्भ में किसी से चर्चा की ही नहीं गई है ऐसे में मेरा आवाज से मिलता जुलता ऑडियो से मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ताकि मेरे छवि को धूमिल किया जा सके। उन्होंने कहा आखिर क्या कारण है कि रायपुर के यु ट्यूबर के द्वारा मेरे खिलाफ में समाचार बनवाया जाता है उन्होंने कहा यूट्यूब पर कॉल डिटेल सहित उनके सूत्रधार तक बारीकी से जांच करने की आवश्यकता है आखिर किसके द्वारा मेरे प्रति साजिश रची गई है और कौन-कौन लोग शामिल हैं जो मेरे छवि को धूमिल करना चाह रहे हैं. इस कथित ऑडियो की जांच होनी चाहिए.
मेयर इन काउंसिल के सदस्य हितानंद अग्रवाल ने बताया कि कोरबा में कुछ लोग हैं, जो 2019 में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद से ही ठानकर बैठे हैं कि हितानंद अग्रवाल की छवि धूमिल करके रहेंगे, इसके लिए उन्होंने भांति-भांति के लोगों को सुपारी दे रखी है। इनका साथ देने के लिए कुछ कोरबा के भीतर हैं तो कुछ बाहर लेकिन कोरबा के गरीब, पिछड़े, दलित और आम लोग हितानंद अग्रवाल का सुरक्षा कवच बने हुए हैं, इसलिए ये लोग बौखला गए हैं। ये नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं.
वायरल ऑडियो में 57 सेकंड के बाद 1.03 सेकंड में 6 सेकंड की रिकॉर्डिंग को काट दी गई है, ये ऑडियो वायरल सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक द्वेष की भावना से की जा रही, मेरी छवि को धूमिल करने की सुपारी दी गई है, अगर ऐसा कुछ है तो पूर्ण ऑडियो जारी करना चाहिए.
ऑडियो को सुनियोजित तरीके से विरोधियों के द्वारा बनवाया गया है, भाजपा में रह कर कांग्रेस के लिए काम करने वाले के लिए ये बात पचानी मुश्किल हो रही थी पार्टी ने मुझे सभापति का उम्मीदवार घोषित किया, पूर्व में नगर निगम कोरबा नेता प्रतिपक्ष रहते कोरबा में महापौर के खिलाफ पूरे 5 साल चरणबद्ध आंदोलन किए गए और जनता को महापौर के झूठ के पुलिंदो, भ्रष्टाचार से अवगत कराया गया, जनहित के मुद्दो को लेकर विपक्ष की भूमिका कठोरता से निभाई गई
भारतीय जनता पार्टी के लगभग 30 वर्ष पुराने और दिग्गज कार्यकर्ता है हितानंद अग्रवाल जब उन्हें सभापति का अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया और वह चुनाव हार गए ऐसे में बीजेपी के द्वारा किसी प्रकार का कोई बयान बाजी सामने नहीं आई कार्रवाई को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा अग्रिम कार्रवाई को सर्वोपरि मानते हुए सब के एकजुट नजर आए लेकिन सोचने वाली बात है अपने ही पार्टी के नेता के बारे में जब एक तथा कथित वीडियो वायरल होता है तब बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता सारी बागडोर अपने हाथ में लेते हुए थाने में शिकायत लेकर पहुंच जाते हैं आखिर क्या चल रहा है भारतीय जनता पार्टी के अंदर यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है.
