Saturday, April 19, 2025
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कोरबा के इस थाना प्रभारी पर लगा बलात्कार का आरोप, पीड़ित महिला ने शिकायत पत्र में एसपी को बताई दुःख भरी दास्ताँ

कोरबा/ आकाशवाणी.इन
इंसान किसी की गरीबी और बेबसी, लाचारी का इस कदर गलत फायदा उठाएगा यह शायद आपने भी नही सोंच होगा, वो भी तब जब ऐसे अधिकारी जिनके कंधों पर कानून की रक्षा करने का दायित्व हो। जी हां एक ऐसे ही एक कानून के रखवाले पुलिस अधिकारी पर एक दिव्यांग महिला ने बलात्कार करने का आरोप लगाया है। जिसमें एक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने विकलांग महिला को नौकरी दिलाने का झांसा दिया और अपनी कार में बैठाकर अपने साथ सूने स्थान पर ले गया, जहां महिला के साथ जबरदस्ती करते हुए कार की सीट पर ही दुष्कर्म को अंजाम दिया। साथ ही महिला के साथ गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। अधिकारी ने अपने ओहदे का भी धौंस दिखाया। पीड़ित महिला ने न्याय की आस लिए मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है।

 

पुलिस अधीक्षक को प्रेषित शिकायत पत्र में प्रार्थी महिला ने उल्लेख किया है कि विगत 2 दिसंबर 2021 को अखिल भारतीय महिला मानव अधिकार समिति की प्रदेशाध्यक्ष व अन्य सहयोगियों सहित मेरा परिचय चौकी प्रभारी राजीव श्रीवास्तव से सम्मान समारोह के दौरान पुलिस चौकी में हुआ था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि कोई काम होगा तो मुझसे संपर्क करें। इसके बाद मैं कई बार वकालत के सिलसिले में प्रभारी के पास गई। उनके पूछने पर मैने बताया कि मैं तलाकशुदा हूं और मेरे दो बच्चे हैं। जिनके भरण पोषण में परेशानी हो रही है। इस पर राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि मै अच्छी जगह नौकरी लगवा देता हूं। 8 अप्रैल 2022 को राजीव श्रीवास्तव ने मुझे 7.30 बजे रामपुर चौकी बुलाया और मुझसे कहा कि अभी मैं पुलिस वर्दी में हूँ। सिविल ड्रेस पहनकर तुम्हारे घर आता हूं। तुम मेरे साथ दोस्त के घर चलना, जो तुम्हे नौकरी दे देगा। उसी दिन रात 9.30 बजे मेरे घर के पास अपनी कार से सिविल ड्रेस में आया और मुझे कार में अपने साथ बैठाकर रजगामार की तरफ ले गया। रजगामार में पुल के पास जंगल में कार रोक दिया। यहां दिव्यांग होने का लाभ उठाते हुए बलपूर्वक कार की अगली सीट पर छेड़छाड़ करते हुए जबरन दुष्कर्म किया। चीखने पर मां-बहन की गंदी गलौच कर जान से मारने की धमकी दी। ओहदे का धौंस दिखाते हुए कहा कि मै थानेदार हूं, मेरे खिलाफ कोई रिपोर्ट नहीं कर सकता। मेरी शिकायत करोगे तो जान से मरवा दूंगा। इसके बाद रात्रि 10.30 बजे घर के पास छोड़ दिया। घर पर छोड़ते हुए मोहल्ले के लोगों ने देख लिया है। 9 अप्रैल 2022 को रिपोर्ट लिखाने रामपुर चौकी गई थी तो रिपोर्ट नहीं लिखी गई। यहां से डरा धमकाकर भगा दिया गया। थाना प्रभारी ने फिर कहा कि वादे के मुताबिक अच्छी जगह नौकरी लगवा दूंगा। 18 अगस्त 2022 को कोरबा थाना गई तो राजीव श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट के बाबू नरेन्द्र यादव को बाहर जाने को कहा और मुझसे अश्लील गाली गलौच किया और कहा कि मेरे विरूद्ध रिपोर्ट लिखाएगी तो जान से मार दूंगा। मै जब भी बुलाउंगा तुमको आना पड़ेगा। 13 सितंबर को काम के सिलसिले में कोरबा थाना गई तो राजीव श्रीवास्तव ने फिर धमकाया और कहा कि जान से मरवा दूंगा। महिला ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है कि थाना प्रभारी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया जाए। महिला ने कार्रवाई में जरूरत के अनुसार साक्ष्य के रूप में सीडी, मोबाईल चेटिंग एवं रिकार्डिंग प्रस्तुत करने की बात भी कही है।
15 दिन के भीतर दो अधिकारियों पर लगा दुष्कर्म का आरोप, लेकिन कार्रवाई नहीं
15 दिन के भीतर दो अधिकारियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया जा चुका है, लेकिन दोनों की मामलों में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। हाल ही में बांकीमोंगरा थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर माधव प्रसाद तिवारी पर महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उस मामले में भी अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। लगातार दो पुलिस अधिकारियों पर दुष्कर्म जैसे आरोपों से विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों चाहिए कि मामले की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।

वर्शन: राजीव श्रीवास्तव (थाना प्रभारी पाली)

शिकायत झूठी है महिला ने किसी के बहकावे में आकर गलत शिकायत कर दी है अभी एक घंटे में शिकायत का खंडन करने वाली है खंडन की कॉपी कुछ ही देर में वायरल कर दी जाएगी.

बहरहाल महिला की शिकायत और थाना प्रभारी के कथन में ज़मीन आसमान का अंतर नज़र आ रहा है समाचार लिखे जाने तक महिला के द्वारा शिकायत का खंडन नही किया गया था। अब यह उच्चस्तरीय जांच में ही पता चल सकेगा कि मामले में कितनी सच्चाई है.