खदानों में लगने लगी ऑनलाईन हाजरी, कंपनी मुख्यालय भेजा जा रहा रिकार्ड.
कोरबा/आकाशवाणी.इन
कोरबा एसईसीएल की खदानों से कोयला उत्पादन व डिस्पैच को बढ़ावा देने पूरा जोर लगाया जा रहा है. इसके लिए कर्मचारियों की उपस्थिति और समय पर भुगतान को दुरूस्त किया गया है. खदानों में ऑनलाईन हाजरी की व्यवस्था शुरू हो गई है. रिकार्ड मुख्यालय में मॉनिटरिंग हो रही है.
कोरबा जिले में संचालित एसईसीएल के चारों एरिया के कोयला खदानों में रोजाना के हाजिरी रिकॉर्ड अब ऑनलाइन दर्ज किए जा रहे हैं और इसे कंपनी मुख्यालय भेजा जा रहा है. सभी एरिया में अब सैप सिस्टम से शत-प्रतिशत अटेंडेंस से पारदर्शिता लाने का प्रयास किया गया है. शुरुआत में आई दिक्कतों को भी समय के साथ दूर कर लिया गया है. अब एसईसीएल मुख्यालय से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है. कोयला कर्मियों के हाजिरी रिकॉर्ड में किसी तरह की गड़बड़ी रोकने और पूरी पारदर्शिता बनाए रखने को लेकर एसईसीएल ने सैप सिस्टम को अपनाया है. एसईसीएल के दफ्तरों के कंप्यूटर में सैप साफ्टवेयर इंस्टाल कराया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि खदानों के एमटीके रूम में मैन्यूअल तरीके से रजिस्टर में कोयला कर्मियों के हाजिरी दर्ज करने के बाद सैप सिस्टम के जरिए ऑनलाइन एसईसीएल मुख्यालय भेजे जा रहे हैं. इस कार्य में एमटीके रूम में तीन कर्मचारियों को लगाया गया है. जिनके एनआईईएस नंबर से ही सैप सिस्टम का संचालन का अधिकार देकर कोयला कर्मियों के हाजिरी रोजाना मुख्यालय भेजे जा रहे हैं. इसका फायदा यह हुआ है कि उपस्थिति के आंकड़े समय पर कंपनी मुख्यालय को मिल रही है. सैप सिस्टम में यह भी व्यवस्था है कि अगर कोयला कर्मचारी अनुपस्थित, अवकाश या सिक पर है तो इसकी जानकारी दर्ज कर मुख्यालय को अवगत कराएंगे. तीन पाली में खदान का संचालन होता है. इसके प्रारंभ होने के आधा घंटे बाद सैप सिस्टम पर अटेंडेंस दर्ज करना अनिवार्य किया गया है. मुख्यालय स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है। सैप में रोजाना की दर्ज होने वाली उपस्थिति की स्वीकृति के बाद किसी तरह का बदलाव नहीं हो सकता.
